The best Side of Shiv chaisa

जो यह पाठ करे मन लाई। ता पार होत है शम्भु सहाई॥

किया तपहिं भागीरथ भारी। पुरब प्रतिज्ञा तसु पुरारी॥

O Lord! I beseech Your support and seel your divine blessing at this really minute. Help you save and defend me. Demolish my enemies along with your Trishul. Launch me within the torture of evil thoughts.

बाम अंग सोहत छवि न्यारी ॥ कर त्रिशूल सोहत छवि भारी ।

भगवान शिव जी की चालीसा के बोल निचे दिए गए हैं। श्री शिव चालीसा प्रारम्भ।

दुष्ट सकल नित मोहि सतावै । भ्रमत रहे मोहि चैन न आवै॥

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अथ श्री Shiv chaisa बृहस्पतिवार व्रत कथा

कीन्ह दया तहँ करी सहाई। shiv chalisa in hindi नीलकण्ठ तब नाम कहाई॥

सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और साफ कपड़े पहनें।

अस्तुति चालीसा शिवहि, पूर्ण more info कीन कल्याण॥

स्वामी एक है आस तुम्हारी। आय हरहु मम संकट भारी॥

लै त्रिशूल शत्रुन को मारो। संकट ते मोहि आन उबारो॥

जन्म जन्म के पाप नसावे। अन्तवास शिवपुर में पावे॥

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